एक 'पत्रकार' होने के नाते...


Dev Speaks...

मुद्दा ये नही हैं कि मैं जीतूंगा या हार जाऊंगा..
मुद्दा ये भी नही हैं कि मैं जीउंगा...
या मार दिया जाऊंगा...
मुद्दा ये हैं...
कि एक 'पत्रकार' होने के नाते...
मेरा जो 'फर्ज' हैं...
उसे मैं 'इमानदारी' से निभा रहा हु , या नही...
एक 'इन्सान' होनेके नाते...
'सत्य' के लिये..
सत्य कि विजय के लिये...
मैं 'लढ' रहा हु या नही...
सामने विजय हो, या पराजय...
'योद्धा' का धर्म हैं लढना !!
आखरी सांस तक..
खून के आखरी बूंद तक लढना...
'सत्य' और 'इन्साफ' के लिये...
सतत 'संघर्ष' करते रहना...!!!

'दर्पण'कार आचार्य बाळशास्त्री जांभेकर यांच्या स्मृतीस विनम्र अभिवादन.!! 
आणि 'पत्रकार दिना'च्या शुभेच्छा.!!

Reactions

टिप्पणी पोस्ट करा

0 टिप्पण्या